कोर्स 03 : गतिविधि 1 - अपने विचार साझा करें

 ‘खुशी’ शब्द के बारे में सोचें। जो आपके दिमाग में तुरंत आए उसे साझा करें। यदि कोई व्यक्ति ‘खुशी’ के बारे में कुछ साझा करता है, जो आपके द्वारा साझा किए गए से बिलकुल अलग है तो आपको कैसा लगेगा? इस अंतर के क्या कारण हो सकते हैं? अपनी समझ साझा करें।


Comments

  1. ‘खुश’ शब्द के बारे में सोचें

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    1. कितनी भी छोटी चीज़ क्यों ना हो अगर वो मन के मुताबिक होता है तो, मेरी ख़ुशी का ठिकाना नही रहता😊

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    2. Khushi word ek positive emotions hai .

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    3. खुशी शब्द अपने आप में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है ।

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    4. सब से बड़ी खुशी तब हासिल होती है जब आप कठिन मेहनत करें, और सफलता के नए अंजाम को प्राप्त हो

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    5. खुशी मानसिक संतुष्टि हे, तथा एक दुसरे के प्रति अच्छी एव सकारात्मक सोच के साथ हमे अपने व्यवहार को विनम्र एंव मृदु बनाए रखना चाहिए

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    6. खुशी वह मानसिक स्थिति तथा तथा भावना है जो कि किसी भी स्थिति में मिल सकती है । किसी को दूसरे की मदद करने में खुशी मिलती है तो किसी को दूसरे को परेशान करने में। खुशी से अर्थ सभी के लिए अलग अलग है और किसी एक के खुशी के प्रति अपने विचारों को हम अपने विचारों से नहीं दबा सकते

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  2. ‘खुशी’ शब्द के बारे में सोचें

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    1. खुशी अपने स्वयं की मानसिक स्थिति पर निर्भर करती है॥

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    2. Happy is the word which fulfilled human life with enjoyment and if anyone is happy he/she do his or her work more effectively....



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  3. सफलता प्राप्त के पश्चात जो मानसिक स्थिति होती है उसे हम खुशी कह सकते हैं

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    1. कितनी भी छोटी चीज़ क्यों ना हो अगर वो मन के मुताबिक होता है तो, मेरी ख़ुशी का ठिकाना नही रहता

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  4. खुशी एक मानसिक अवस्था है जो बहुत छोटी सी वस्तु या विचार से मिल सकती है

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  5. It is word that destroy sorrow

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  6. अपनी व्यस्त दिनचर्या से जब स्वयं के लिए थोड़ा सा समय निकाल पाती हूं ,तो खुशी मिलती है। खुशी के मायने सबके लिए अलग-अलग हैं । प्रत्येक व्यक्ति के विचार एक दूसरे से मिले ,ऐसा नहीं हो सकता ,क्योंकि हर एक का व्यक्तित्व अलग-अलग होता है ।मेरा मानना है कि जब हम सामने वाले व्यक्ति के व्यक्तित्व को स्वीकार कर लेते हैं तब हमें मन से संतुष्टि ,आनंद और प्रसन्नता की अनुभूति होती है ।

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    1. मनचाही वस्तु स्थिति प्राप्त करने पर होने वाली मानसिक दशा खुशी है।

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  8. खुशी होना एक प्रकार की संतुष्टि है जो किसी को अपने उद्देश्य पूर्ति के उपरांत होती है या किसी एच्छिक या अप्रत्याशित प्राप्ति के उपरांत l

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  9. खुशी - जब हमको कुछ अप्रत्याशित प्रिय चीज मिल जाती है तो हमको बहुत खुशी होती है। जब हमारे बच्चे या हम सफलता प्राप्त करते हैं तो भी हम लोगों को बहुत खुशी होती है।

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  10. खुशी का अर्थ हरेक के लिए अलग अलग होता है।मेरे लिए खुशी मेरे छात्रों मैं अपेक्षित सुधार का दिखना है जबकि बच्चे के लिए अपने दोस्तों के साथ खेलना हो सकता है।उनके टेस्ट में अच्छे नम्बर आना है।

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  11. खुशी एक मानसिक अवस्था है जिसमें हमें आनन्द की अनुभूति होती है।

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  12. एक अच्छी मानसिक दशा वो होती है जो दूसरों के विचारों का सम्मान करें

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  13. जब हमारी कोई इच्छित वस्तु मिल जाती है या कोई काम बन जाता है तो ख़ुशी मिलती है लेकिन ये सबके लिए एक जैसी नहीं हो सकती एक कच्ची बस्ती में रहने वाले के लिए शायद खाने को मिठाई मिल जाना भी ख़ुशी हो जाए और माध्यम वर्ग के व्यक्ति को किसी मिठाई से ख़ुशी भी ना मिले l हमारी परिस्थिति और परिवेश और समय के अनुसार खुशियाँ भी बदलती रहती है

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  14. खुशी से अर्थ है मन की एक स्थिति जिसमें हम अच्छा महसूस करते हैं जिसमें हमें सब चीजें अच्छी नजर आती है

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  15. Khushi yani mere karan dusre muskraye
    बांटने से खुशी मिलती है

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  16. खुशी मन की एक अनुभूति है, जो मुझे एक नई ऊर्जा से भर देती है,जब मैं किसी की सहायता करती हूं/किसी असहाय जीव को उसकी आवश्यकता अनुरूप वह सहायता देती हूं जो उसे उस समय चाहिए, एवम अपने कर्त्तव्य को अच्छे से पूर्ण करती हूं तब मेरा मन प्रसन्नता से भर जाता है शायद इसे ही खुशी का अनुभव होना कहते है।

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  17. आध्यात्मिक ज्ञान जरूरी है ।

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  18. खुशी से तातपर्य है कि व्यक्ति की अपेक्षाओं या आशाओं की पूर्ति होना। यदि हम कोई भी कार्य करते हैं और उसको करने के बात हमे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होता है तो वह खुशी है।

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  19. खुशी एक ऐसी मानसिक अवस्था है जिसमें हमारा मन और मस्तिष्क बहुत शांत होता है और हम आनंद का अनुभव करते हैं

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  20. खुशी जब यह शब्द अपने दिमाक मे आता है तो आत्मिक शांति की अनुभूती होती है
    जब किसी अन्य के विचार अलग है तो इसका मतलब हर व्यक्ति की सोच अलग -अलग मानसिक स्थिति पर निर्भर करती है

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  21. खुशी में आनंद की अनुभूति होती है। मन में अच्छे विचार आने पर ख़ुशी प्राप्त होती है। खुशी एक मनःस्थिति है।
    यदि कोई व्यक्ति ख़ुशी के बारे में मुझसे अलग साझा करता है तो मुझे अच्छा लगेगा, एक नई अवधारणा जानने को मिलेगी। इस अंतर का कारण उसकी शिक्षा, विवेकपूर्ण चिंतन, पिछले अनुभव, पारिवारिक पृष्ठभूमि, सामाजिक व धार्मिक मान्यताएँ इत्यादि हो सकती हैं।

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  22. for me happiness means joy....happiness means real smile ...special types feelings...happiness means extra energy ......

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  23. सफलता प्राप्त होना

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  24. Karuna Negi
    GIC PAITNA (Nainital)

    When I heard the world ' Happiness' I just recalled someone's name.
    Our views can be different from others because Not even we belong a different family, culture, environment but also belong a different state......we should respect others views.
    And how I feel....... sometimes we think how much he knows and on the other second we try to judge them according to their views.....and many other ways in which we response

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  25. Kisi Pariksha Mein Safal hone ke upchar Chehre per Jo Bhav Hain Prakash hote hain Kahate Hain

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  26. 'खुशी'शब्द के बारे में सोचते ही जो पहली बात मेरे दिमाग में आई वह यह है कि खुशी मेरे एक रिश्तेदार की बेटी है जिसकी शादी में मैं शामिल हुआ था ।हर व्यक्ति का किसी वस्तु पर भिन्न विचार होते हैं जो उनकी उम्र, व्यक्तिगत अनुभव आदि पर आधिरित होता है । हरेक व्यक्ति का विचार स्वागत योग्य होना चाहिये ।

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  27. अपने व्यस्त दिनचर्या से जब हम अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल पाते हैं तो खुशी की अनुभूति होती है या जब हम दूसरे व्यक्ति के गुणों को स्वीकार कर लेते हैं तब हमें आनंद और प्रसन्नता की अनुभूति होती है यही खुशी है

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  28. खुशी मानसिक संतुष्टि हे, तथा एक दुसरे के प्रति अच्छी एव सकारात्मक सोच के साथ हमे अपने व्यवहार को विनम्र एंव मृदु बनाए रखना चाहिए

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  29. मेहनत करने के बाद मिली सफलता ।
    जैसे इसी कोर्स को सफलता पूर्वक करने में मिलेगी।

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  30. खुशी का अर्थ है आत्म संतुष्टि अर्थात वह अनुभव जो हमें आत्म संतुष्टि प्रदान करें।

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  31. give reason someone to lauagh and help others

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  32. खुशी शब्द से आशय है कि जब तन मन समस्त चिंता और तनाव से मुक्त रहे और स्वयं तथा दूसरों को भी आनंदित करें।

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  33. खुशी मन मस्तिष्क और तन की वह अवस्था है जब प्राणी की समस्त अभिव्यक्ति आनंद से सराबोर होती है

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  34. किसी भी छात्र को कार्य करने के पश्चात उसके कार्य को सराहा जाता है या प्रशंसा की जाती है तू उसे आनंदमई की या खुशी की प्राप्ति होती है अर्थात जब वह किसी उद्देश्य में सफल होता है तो उसे खुशी प्राप्त हो जाती है खुशी ही उसका अनुभव एवं ज्ञान को बढ़ाने में सहायता करती है

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  35. when there is harmony in our thoughts and action ,happiness sets in.

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  36. खुशी एक मानसिक अनुभूति है जो किसी आवश्यकता की पूर्ति या किसी की मदद करके या कोई सफलता प्राप्त होने पर अथवा किसी भी वस्तु से मिल सकती है हर व्यक्ति को अलग-अलग काम करके अथवा कर्म करके खुशी मिल सकती है । भले इंसान दूसरों की मदद करके खुशी मिलती है , चोर को चोरी करके खुशी मिलती है किसी को दूसरों को परेशान करके खुशी मिलती है। देखा जाए तो खुशी को हम एक मानसिक अवस्था कह सकते हैं जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है उसकी आर्थिक स्थिति के अनुसार भी और उसके मानसिक स्थिति के अनुसार भी।

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  37. किसी प्रिय वस्तु या प्रिय सूचना की प्राप्ति पर किसी व्यक्ति की जो मनोदशा होती है उसे हैम " खुशी" कह सकते है। खुशी की स्थिति में व्यक्ति की भावभंगिमा व व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है। उसमें एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो जाता है।

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  38. Happiness means getting satisfied what u have done

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  39. किसी कठिन काम को पूर्ण कर लेने के बाद जो आत्म संतोष मिलता है,यह आनंद का अनुभव ही खुशी है।

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  40. ख़ुशी एक संतुष्टि पूर्ण मानसिक अवस्था है| यदि किसी दुसरे व्यक्ति के द्वारा ख़ुशी के बारे में साझा विचार मुझसे भिन्न हैं तो यह उसका व्यक्तिगत अनुभव है|

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  41. खुशी शब्द हमें रूहानी सुकून देता है जब मैं अपने परिवार, दोस्तों को हंसते मुस्कुराते हुए देखती हूं तो खुशी मिलती हैं। हर एक व्यक्ति के लिए खुशी के मायने अलग-अलग हैं यह व्यक्तिगत भिन्नता और सोचने समझने की बौद्धिक भिन्नता को दर्शाता है।

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  42. जिस कार्य को करने से मन को सकून मिले और किसी का अहित ना हो वही खुशी है।

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  43. खुशी शब्द मानसिक,शारीरिक सुख की अनुभूति को दर्शाता है।
    प्रत्येक व्यक्ति की खुशी के केंद्र, साधन अलग अलग हो सकते हैं।
    यह विभिन्नता बताती है कि प्रत्येक का व्यक्तित्व अलग है,गलत नही अपितु अलग है।

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  44. ख़ुशी एक मानो भाव है जो अलग अलग मनुस्य के लिए भिन्य भिन्य होते है, एक इंसान अगर किसी बात के लिए खुशी महसूस करता है, तो हो सकता है कोई अन्य इंसान उसी छन उसी बात से दुख का अनुभब करें.साधारण अर्थो मे खुशी मनुष्य की आर्थिक, सामाजिक तथा मानसिक संतुस्टी का भाव है।

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  45. खुशी शब्द मानसिक शारीरिक सुख की अनुभूति को दर्शाता है! प्रत्येक व्यक्ति की खुशी के केंद्र साधन अलग-अलग हो सकते हैं! यह विभिनता बताती है कि पढ़ते का व्यक्तित्व अलग है यह सही है या गलत है लेकिन अलग है! खुशी के मायने हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकते हैं यह उसके व्यक्तित्व और उसकी इच्छाओं पर निर्भर करता है!

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  46. किसी विशेष समय पर अनुकूल घटनाओं के कारण मन मस्तिष्क और शरीर में होने वाले सुखद अनुभव को खुशी कहते हैं

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  47. खुशी एक मनोभाव है , यह किसी साधन या अवसर के मोहताज नहीं होती जैसे - एक गरीब बच्चा मिट्टी में खेल कर भी वही खुशी प्राप्त कर लेता है जो एक अमीर बच्चा खिलौनों के साथ खेलने से प्राप्त करता है।

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  48. Jb mehnat se kiye gye karyo mai safalta milti h to us samay khushi ki prapti hoti h.

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  49. खुशी का अर्थ मानसिक शान्ति से हैं मन शान्त होने पर तथा सफलता प्राप्त होने पर हमे खुशी होती है कभी कभी अपने प्रिप जनों से आकस्मिक मुलाकात होने पर खुशी होती हैं इसलिए खुश होने कारमध जगह व समप के अनुसार अलग अलग होता है । विधार्थी मे खुशी किती को अपनी सफलता व किसी को अपने दोस्तों से मिलने मे होती हैं । इस लिए खुशी का अर्थ भिन्न भिन्न है।

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  50. खुशी एक मन की अनुभूति है। जो मन में एक नई ऊर्जा भर देती है।

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  51. अपनी पसंद का काम करने पर जो अनुभूति प्राप्त होती है उसे खुशी कहते हैं

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  52. ख़ुशी !! मेरे स्कूल में पढ़ने वाली एक प्यारी सी बच्ची।

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  53. अपनी व्यस्त दिनचर्या से जब स्वयं के लिए थोड़ा सा समय निकाल पाती हूं ,तो खुशी मिलती है। खुशी के मायने सबके लिए अलग-अलग हैं । प्रत्येक व्यक्ति के विचार एक दूसरे से मिले ,ऐसा नहीं हो सकता ,क्योंकि हर एक का व्यक्तित्व अलग-अलग होता है ।मेरा मानना है कि जब हम सामने वाले व्यक्ति के व्यक्तित्व को स्वीकार कर लेते हैं तब हमें मन से संतुष्टि ,आनंद और प्रसन्नता की अनुभूति होती है

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  54. When something unexpected happens...it gives us unbounded joy..but the meaning of happiness is different from person to person..

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  55. जब मैं खुशी के बारे में सोचता हूं तो मैं यह सोचता हूं कि जब मैं अपने परिवार के साथ होता हूं तब आनंद का अनुभव करता हूं तो मुझे काफी खुशी मिलती है

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  56. कक्षा कक्ष शिक्षण के विषय में खुशी का अत्यंत महत्व है यदि हम प्रसन्न चित्त होकर के कक्षा कक्ष में जाएं तो बच्चों की लर्निंग काफी अच्छी होती है

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  57. खुशी शब्द व्यापक तथा संकुचित, दोनों संदर्भों में हमारे जीवन में अपना प्रभाव रखता है। संकुचित अर्थ में यह निर्भर करता है हमारी इच्छाओं की पूर्ति पर। कोई भी मनुष्य हो सदैव अपनी उचित-अनुचित इच्छाओं की पूर्ति के प्रयास करता है और यदि वह इसमें सफल हो जाता है तो उस सीमित समय में वह अत्यंत ख़ुशी अनुभव करता है। व्यापक अर्थ में देखें तो यह वह क्षण है जब हम स्वयं से जुड़े लोगों, अपने समाज या प्रकृति में उपस्थित जीव-जंतुओं के लिये कोई सकारात्मक कार्य करके प्रसन्न होते हैं। यह प्रसन्नता अपेक्षाकृत दीर्घकालिक होती है।

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  58. खुशी , जो आपके चित्त को शांत करे

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  59. इच्छित प्राप्ति पर होने वाली अनभूति।

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  60. Because each one has his own pleasures and hobbies

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  61. Happiness is the result of pleasant experiences in our life.
    I'll appreciate his/ her feelings because we all have our own reasons that makes us happy 😊

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  62. खुशी हमारे जीवन का एक सकारात्मक पहलू है। जब हम खुश होते हैं तो हम दूसरों को भी खुशी दे सकते हैं ।एक खुशी व्यक्ति कभी दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाता, वह अपने सभी कार्यों को अच्छी तरह कर पाता है ।सभी को एक ही प्रकार से खुशी नहीं मिलती - उदाहरण के लिए -छोटे बच्चे अच्छा खाना, अच्छे खिलौने या अच्छे कपड़े पाकर खुश होते हैं विद्यार्थी कक्षा में अच्छे अंक पाने से ज्यादा खुश होते हैं, कोई गरीब व्यक्ति कहीं से धन प्राप्त करके खुश हो जाता है तो एक बीमार व्यक्ति अपनी बीमारी ठीक होने से खुश हो जाता है। यह जरूरी नहीं है कि मैं जिस वस्तु या परिस्थिति से खुश हो जाऊं, दूसरा व्यक्ति भी उसी से खुश हो जाए या उसको किसी चीज से खुशी मिलती है मैं भी उसी में खुश हो जाऊं। दूसरों की खुशी की वजह मेरी खुशी की वजह से बिल्कुल अलग भी हो सकती है, ऐसी स्थिति में मुझे कई बार बुरा भी लग सकता है क्योंकि हम दोनों के विचार अलग-अलग हैं। इसी प्रकार भिन्न भिन्न व्यक्तियों को भिन्न-भिन्न परिस्थिति से खुशियां मिलती है। यहां हममें से कोई गलत नहीं है, पर हमारे विचार और परिस्थिति अलग-अलग हैं। इसी विचार में अंतर के कारण दूसरे व्यक्ति ने खुशी के बारे में जो विचार साझा किए हैं, वे मेरे विचारों से अलग हो सकते हैं, जो मुझे अच्छा नहीं भी लग सकता है।पर यदि हम एक-दूसरे की खुशी में खुश हो जाएं तो हम एक स्वस्थ वातावरण का निर्माण कर सकते हैं।

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  63. शिक्षण के विषय में खुशी का अत्यंत महत्व है यदि हम प्रसन्न चित्त होकर के कक्षा कक्ष में जाएंऔर बच्चों की लर्निंग के बाद बच्चों को खुश करके स्वयं खुश होकर बाहर आते हैं तो अत्यंत खुशी होती है।

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  64. शिक्षण में खुशी का अत्यंत महत्व है जब हम खुशी से कक्षा कक्ष में जाते हैं और लर्निंग एवं अपने व्यवहार से बच्चों को खुश करके खुशी से बाहर निकलते हैं तो अत्यंत खुशी होती है

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  65. Jab hum kisi jarurat mand jeev ki madad karte he to dil ko bahut khusi milti he

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  66. खुशी एक आत्मिक शांति है जो हर उस काम को करके मिलती है जिसकी तमन्ना दिल में होती है या और जिसे करके आत्मिक सुख प्राप्त होता है यह जरूरी नही की वह खुद के कार्यो से प्राप्त हो खुशी ऐसी जगह से भी प्राप्त हो सकती है जिससे मानसिक शांति का अनुभव हो ...

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  67. खुशी एक अनुभूति है जो प्रत्येक के लिए अलग है परंतु मेरे लिए वो हर एक कार्य जिससे मुस्कुराहट अपने आप आ जाएं खुशी हैमुस्कुराहट खुशी है लेकिन हँसना खुशी नही है

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  68. Happiness is inside of our heart. Every thing which gives a pleasure to us is happiness. Happy soul is a healthy soul.

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  69. खुशी एक प्रकार का मानसिक संतोष की प्राप्ति है।
    खुशी के विषय मे हर एक व्यक्ति का अलग विचार हो सकता है क्यो कि यह उस व्यक्ति के अतीत के अनुभवो पर आधारित होता है कि उसका खुशी शब्द के प्रति कैसा दृष्टिकोण है।

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  70. मेरे लिए खुशी का मतलब है आसपास का एक ऐसा वातावरण जिसमें मुझे प्रसंता की अनुभूति होती है और साथ ही मेरी प्रसंता के कारण मेरे अपने भी प्रसन्न होते हैं एक ऐसा उल्लास मुझे खुशी प्रतीत होता है जब मैं कोई इच्छित वस्तु प्रिय व्यक्ति या किसी ऐसे स्थान पर होता हूं जो बेहद ही आनंददायक होता है मैं कहूंगा कि मुझे खुशी है कभी-कभी अपनों की सफलता और कभी दूसरों की सफलता और कभी खुद की सफलता मुझे मुझे खुशी देती है कभी-कभी तो खुशी के कारण मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं और कभी खुशी का अनुभव होने में मुस्कुरा नहीं पाता क्या कहूं कि खुशी क्या है एक छोटा सा पल एक लंबा वक्त

    चलो खुशी का कोई गीत गुनगुनाए,चलो खुशी का कोई गीत गुनगुनाए|
    तुम भी मुस्कुराओ हम भी मुस्कुराए,तुम भी मुस्कुरा हो हम भी मुस्कुराए,
    चलो खुशी का कोई गीत गुनगुनाए
    मेरे मन की यही भावना खुशी है जब हम खुश होते हैं तो कुछ कुछ नया करते हैं


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  71. खुशी एक अनुभूति , आत्मिक संतुष्टि है जब हम खुश होते है तो सभी कुछ अच्छी तरह कर लेते है जहां तक शिक्षण के बारे मे खुशी की बात है तो जब शिक्षक खुशी मन से कक्षा में प्रवेश करते है तो बच्चे भी खुशी मन से काम करते है।सभी के लिए खुशी प्राप्त करने हेतु अलग अलग साधन होते है

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  72. ख़ुशी एक ऐंसा शब्द है जिसके बारे में सोचने से मस्तिष्क में सकारात्मक भावनाओं एवं ऊर्जा का प्रवाह होता है।बिना खुश मन से किसी भी कार्य को कुशलतापूर्वक कर पाना मुश्किल है।कक्षा शिक्षण में ख़ुशी का अपना महत्त्व है।कक्षा कक्ष में शिक्षक एवं छात्र ख़ुशी के साथ रहे तो शिक्षण कार्य एवं अधिगम की प्रक्रिया रुचिकर हो सकती है।

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  73. जब हम किसी परीक्षा में सफल होते है तो वह अपने आप में बहुत बड़ी खुशी होती है। खुशी एक ऐसी मानसिकता है जो हमे आत्मिक संतोष प्रदान करती है।

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  74. खुशी से मस्तिष्क में सकारात्मक विचार आते हैं कक्षा में विद्यार्थियों के साथ शिक्षण कार्य यदि खुशी से किया जाए तो वह रोचक बन जाता है

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  75. Happiness provide extra energy to do some creative works.

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  76. खुशी होना एक प्रकार की संतुष्टि है जो किसी को अपने उद्देश्य पूर्ति के उपरांत होती है या किसी एच्छिक या अप्रत्याशित प्राप्ति के उपरांत l

    Anju Rani

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  77. ख़ुशी एक मनः स्थिति है जो हमे उत्साहित एवं प्रोत्साहित करती है।

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  78. Khusi वो है जो अंतर्मन को आनंदित कर देती है.

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  79. खुशी एक ऐसी मानसिक अवस्था है जिसमें हमारा मन और मस्तिष्क बहुत शांत होता है और हम आनंद का अनुभव करते हैं।जब हम खुशी से कक्षा कक्ष में जाते हैं और लर्निंग एवं अपने व्यवहार से बच्चों को खुश करके खुशी से बाहर निकलते हैं तो अत्यंत खुशी होती है

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  80. Tappiness is dependent on our mind.the role of external things in happiness is negligible.

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  81. वह छोटी से छोटी चीज जो मुझे पसंद होती है जब घटित होती है तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहता
    मेरी खुशी और दूसरे की खुशी में अंतर हो सकता है यहां अंतर उसके अपने पूर्वाग्रहों के कारण या भौगोलिक क्षेत्र की बनावट के कारण हो सकते हैं अतः हर व्यक्ति की खुशी उसके दृष्टिकोण पर आधारित होती है।

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  82. जब कोई कार्य, या घटना हमारे मन के अनुकूल होती है तो हम खुश होते है

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  83. जब कोई कार्य या घटना हमारे अनुकूल होती है तो हमें खुशी होती hai

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  84. ऐसी कोई घटना जिस के घटित होने से ऐसी कोई वस्तु जिसके मिलने पर ऐसा कोई व्यक्ति जिसके साथ होने पर पास होने पर तथा ऐसा कोई स्थान जिस पर पहुंचने पर हृदय में आनंद और उल्लास छा जाए वही खुशी है मैं खुश होता हूं जब मेरा कोई अपना कोई सफलता प्राप्त करता है या मेरी सफलता में भागीदार बनता है मैं खुश होता हूं जब मेरे खुद मेरे खुश होने से अन्य सब खुश होते हैं खुशी वास्तव में मन की एक ऐसी अवस्था है जिसे शब्दों से बयां नहीं किया जा सकता एक छोटी सी बात बहुत बड़ी खुशी दे जाती है और एक बहुत बड़ी प्रसंता पर हम केवल मुस्कुरा कर रह जाते हैं

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  85. हर वो पल जो मै अपने परिवार के साथ बिताता हूँ विशेष कर अपनी बिटिया के साथ उससे बड़ी कोई खुशी नही।

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  86. हमारी खुशी और बच्चों की खुशियों में जमीन आसमान का अंतर है हम विशेष परिस्थितियों अवसरों पर खुशी जाहिर करते हैंछात्रों के लिए एक मेडल प्राप्त करना बेहतर अंक लाना खेल में भी जीत होना उन्हें शाबाशी देना उनकी प्रशंसा करना उन्हें एक पेंसिल एक कॉपी भी अगर मिल जाए तो उससे भी बहुत खुश हो जाते हैं खुशी का कोई एक कारण नहीं होता है बच्चों के लिए मां-बाप का दुलार ही खुशी है एक नई कमीज मिल जाती है वह भी खुशी का कारण बन जाती हैछात्रों को विद्यालय में इस प्रकार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकते हैं जब वह अपने आप को बेहद खुश महसूस करें किसी छात्र को जो अच्छा करता है प्रशंसा मिलती है तो वह खुशी से फूले नहीं समाते बच्चों के लिए मिलने वाली खुशियां मोटिवेशन का कार्य करती है और उन्हें लगन परिश्रम के साथ सीखने के लिए प्रेरित करती हैं

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  87. खुशी एक मानसिक अनुभूति है। मेरे लिए खुशी का मतलब है आसपास का एक ऐसा वातावरण जिसमें मुझे प्रसन्नता की अनुभूति होती है और साथ ही मेरी प्रसन्नता के कारण मेरे अपने भी प्रसन्न होते हैं एक ऐसा उल्लास मुझे खुशी से प्रतीत होता है ।जब मैं कोई इच्छित वस्तु, प्रिय व्यक्ति या किसी ऐसे स्थान पर होता हूं जो बेहद ही आनंददायक होता है तो मैं कहूंगा कि मुझे खुशी है। कभी अपनों की सफलता और कभी दूसरों की सफलता और कभी खुद की सफलता मुझे मुझे खुशी देती है। कभी-कभी तो खुशी के कारण मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं और कभी खुशी का अनुभव होने पर मुस्कुरा नहीं पाता। क्या कहूं कि खुशी क्या है? एक छोटा सा पल, एक लंबा वक्त।

    चलो खुशी का कोई गीत गुनगुनाए,चलो खुशी का कोई गीत गुनगुनाए|
    तुम भी मुस्कुराओ, हम भी मुस्कुराए।
    मेरे मन की यही भावना खुशी है।

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  88. खुशी एक आंतरिक संवेग है,जो व्यक्ति के चेहरे के भावों से भी दिखाई पड़ती है।जब व्यक्ति की मांग या आवश्यकता पूरी होती है तो ख़ुशी होती है। व्यक्ति से व्यक्ति में अलग अलग होती है।मुझे कुछ अजीब नहीं लगेगा क्योंकि सबकी समझ अलग होती है।

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  89. It's a feeling when my students achieve success and they feel happy to share it with me

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  90. खुशी सबके लिए अलग-अलग हो सकती है अगर कोई टॉपिक किसी के लिए या कोई बात किसी के लिए खुशी हो सकती है लेकिन वही दूसरे के लिए खुशी नहीं हो सकती उदाहरण के लिए अगर कोई बच्चा अपनी कक्षा में टॉप आता है तो गया उसके लिए खुशी का विषय है लेकिन वह अन्य बच्चों के लिए उतना खुशी का विषय नहीं हो सकता क्योंकि वह कक्षा में टॉप नहीं आया अतः खुशी के मानक भी अलग-अलग हो सकते हैं

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  91. खुशी एक आत्मिक शांति है और यह किसी काम को पूरा करने पर मिलती है।अगर दूसरे व्यक्ति की विचारधारा अलग है तो मुझे उससे कोई परेशानी नहीं है । क्यों कि सब अपनी रुचि के अनुसार सोचते हैं।

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  92. Khushi ek prakar ki Anubhuti hai mere ko Khushi milati hai jab bacchon mein AnandaYak shikhan karke unke shikshan me gunvatta ka Vikas Ho

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  93. Khushi ek tatkalik anubhuti hai jo bahit sukhad hoti hai.Khushi ka Karan sabke alag alag hote hai.

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  94. Pratyek buakti alag alag alag karno se khush hote hai.

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  95. खुशी सबके लिए अलग-अलग हो सकती है अगर कोई टॉपिक किसी के लिए या कोई बात किसी के लिए खुशी हो सकती है लेकिन वही दूसरे के लिए खुशी नहीं हो सकती उदाहरण के लिए अगर कोई बच्चा अपनी कक्षा में टॉप आता है तो गया उसके लिए खुशी का विषय है लेकिन वह अन्य बच्चों के लिए उतना खुशी का विषय नहीं हो सकता क्योंकि वह कक्षा में टॉप नहीं आया अतः खुशी के मानक भी अलग होते हैं

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  96. अपने में के अनुकूल परिणाम मिलने पर जो अनुभूति प्राप्त होती है वो खुशी देती है।खुशी एक आत्म संतुष्टि का भाव है।

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  97. सफलता प्राप्त के पश्चात जो मस्तिष्क की स्थिति होती है उसे हम खुशी कह सकते है।

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  98. ख़ुशी मेरे जीवन में तब आई , जब मेरे माता पिता ने मुझ पर विश्वाश जताया की अब ये अपने भाई और बहनो का ध्यान रख सकता हे , और उनकी आँखों में मेने ख़ुशी के आँशु देखे , ये उस समय की बात हे जब मेने अपनी छोटी बहन की शादी में , खर्च के हिसाब के साथ , खर्च में हाथ भी बताया था .
    बो दिन में कभी नहीं भूल सकता .\nमेरी ख़ुशी का कारन , दुषरों की ख़ुशी के कारन से अलग हो सकता हे , ऐसा इसलिए की मानव का दिमाग अपने सामने की स्थिति को अपने पूर्व अनुभवों से जोड़ कर दिखाता हे , शायद इसलिए ऐसा होता हे , जो परिप्रेक्ष्य का ही एक बिंदु हे

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  99. जिस बात की आस हो और वो जाये तो खुशी होती है | विचारों में भिन्नता स्वभाविक है | दूसरे के परिप्रेक्ष्य को जब हम समझते हैं तो भिन्नता प्रदर्शित होने पर भी कष्ट कम होता है |

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  100. 'KHUSHI' internal hoti hai. 'KHUSHI' ek ahsaas hai jo kisi kaam ko karne se,kisi priya vastu/vyakti ko dekhne and kisi priya music etc. ko sunne se milti hai.

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  101. खुशी एक मनोभाव है,जो मन के अनुकूल हो जो मन को उद्वेलित करे उसे खुशी कहेंगे ।

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  102. Khushi ek emotion hai jisse hamare man ke andar sakaratmak soch aati hai..

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  103. खुशी एक मानसिक अवस्था है जो बहुत छोटी सी वस्तु या विचार से मिल सकती है।

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  104. इच्छित कार्य के पूर्ण होने पर जो भाव उत्पन्न होता है वही खुशी है

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  105. Happiness means a state of contentment where every thing seems to be pleasure in all forms.

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  106. जब आपके पसंदीदा कार्य पूर्ण होता है ।या आप जब किसी महत्वपूर्ण क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं जो आपके मन में प्रफुल्लता उत्पन्न होती है उसे ही खुशी कहते हैं।।
    जो एक धनात्मक संवेग है।।

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  107. ख़ुशी शब्द सुनते ही मेरे मस्तिष्क में अपने मन में जो भविष्य में पूर्ण होने वाली कामनाएं हैं उन्हें पूर्ण होने की अनुभूति हुई और वास्तव में ख़ुशी महसूस होने लगी I कोई अन्य ख़ुशी के परिपेक्ष में अपनी कुछ अलग भावना व्यक्त कर सकता हैI हमें उसके दृष्टी कोण को भी समझने को पूर्ण प्रयास करना चाहिए और उससे मतान्तर होने पर भी उसके प्रति अपनी भावना को सदेव धनात्मक रखते हुए उसको पूर्ण सम्मान देना चाहिएI

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  108. खुशी शब्द आत्म सन्तुष्टि प्रदान करने वाला है जो किसी सकारात्मक परिणाम के पश्चात प्राप्त होती है।

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  109. खुशी शब्द आत्म सन्तुष्टि प्रदान करने वाला है जो किसी सकारात्मक परिणाम के पश्चात मिलती हैं।

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  110. खुशी एक एहसास है जो हर कोई अपनी मानसिक,शारारिक एवं माहौल के अनुसार ही महसूस कर सकता है, जैसे कोई बरसात मे बारिश से रोमांचित होता है, दूसरा विरह वेदना मे डूब कर आनंदित होता है !

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  111. ख़ुशी में मन प्रसन्न होता है। जब हमें ज़्यादा ख़ुशी मिलती है तो कई बार ऐसा होता हमें ख़ुशी से भूख नही लगती और नीद भी नही आती। और जब हम ख़ुश है तो दूसरे लोगों के लिए हमारा व्यवहार कुछ अलग हो जाता है।

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  112. When I get my salary msg your account credit with ----- thousand ₹ tab mujhe bahut jyada khushi hoti hai

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  113. खुशी एक ऐसी अनुभूति है जो हर व्यक्ति को अलग-अलग दशा के अनुसार प्राप्त होती है

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  114. शिक्षा में ख़ुशी का आशय मेरे लिए विद्यार्थियों के शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में सीखने के प्रतिफल की प्राप्ति है।
    असली खुशी तब आती है जब,
    कहता है मुझे प्रकरण समझ में आ गया है अब मन में विधमान सभी शंखाओं का समाधान हो गया है।
    सर आपने अच्छा समझाया।
    सब कुछ समझ आया।
    दूसरे के विचार मेरे लिये प्रेरणा का काम करने से हैं।
    मैं सकारत्मक दृष्टि रखता हूँ।
    अलग विचारों का मूल कारण
    प्रत्येक व्यक्ति की इस दुनिया को दखने की दृष्टि/दर्शन भिन्न है।
    सभी के दर्शन में सोच का एक नया नजरिया समाहित है।
    ARVIND SHAH A T LT science GH S S GHOLDANI PRATAPNAGAR tehri

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  115. व्यक्ति की इच्छा अनुसार कार्य की सफलता से प्राप्त होने वाली मनोदशा खुशी है, खुशी से मनुष्य के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है

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  116. खुशी के विषय में साझा किए गए विचार प्रत्येक व्यक्ति के दृष्टिकोण से सही माने जाएंगे

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  117. Happiness comes from heart Sometimes nothing special happens in our life but we feel happy and content.If someone is happy then we should be happy for them also

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  118. किसी व्यक्ति की वह स्थिति जिसमें वह आंतरिक व वाह्य रूप से सकारात्मक दिखाई दे। या कहें व्यक्ति की मन के अनुसार सोची इच्छा पूर्ण हो जिससे उनमें सकारात्मकता दिखे, खुशी है।

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  119. Happiness is the key of every phase of life.

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  120. Happiness is the Key of life.

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  121. खुशी एक अनुभूति है, जो जब प्राप्त होती है, तो तन मन खिल जाता है, एक नई उर्जा का संचार होता है।

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  122. सकारात्मक सोच कही भी ख़ुशी खोज सकती है!

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  123. खुशी संतुष्टि और आनंद की अनुभूति है।

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  124. खुशी एक मानसिक अवस्था है जो बहुत छोटी सी वस्तु या विचार से मिल जाती है ।जिसके मिलने पर आनंद की अनुभूति होती है।

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  125. प्रत्येक व्यक्ति के लिए खुशी का अर्थ अलग-अलग होता है जब व्यक्ति को किसी कार्य से मन में आनंद और प्रसन्नता होती है वही उसकी खुशी कहलाती है l

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  126. एक सकारात्मक सोच लेकर कक्षा में जाते हैं जो अपने कार्य में पूर्णता प्राप्त करते हैं और हमें खुशी की अनुभूति होती है

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  127. किसी उदास बच्चे के चेहरे में मुस्कुराहट अगर मेरी वजह से आये तो मुझे बहुत खुशी होती है

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  128. खुशी एक एहसास है जिससे मन प्रफुल्लित हो जाता है। लेकिन यदि कोई हमारी खुशी के अनुभव से भिन्न अनुभव प्रकट करता है तो यह उसकी मनोस्थिति पर निर्भर हो सकता है किन्ही दो व्यक्तियों के लिए एक ही शब्द की व्याख्या करने का तरीका भिन्न होना उनके अनुभवों पर निर्भर करता है।

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  129. छोटी छोटी खुशियों में खुश होने से जीवन में सदैव सकारात्मकता बनी रहती है।

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  130. कक्षा में मनोयोग से शिक्षण कराने पर सच्ची खुशी महसूस होती है।

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  131. खुशी मन का एहसास है जिससे हमारा मन प्रफुल्लित हो जाता है जब हमें कोई हमारी इच्छित वस्तु मिल जाती है या हमारी इच्छा अनुसार कोई कार्य पूर्ण हो जाता है या हमें किसी भी चीज में सफलता हासिल हो जाती हैं तो हमें बहुत खुशी मिलती है और जिससे हमारी सोच सदैव सकारात्मक बनी बनी रहती हैं और मुझे सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिलती है

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  132. 'खुशी' मनुष्य के लिए सबसे हितकर औषधि है.प्रश्नता पूर्वक किया गया कार्य अवश्य ही रचनात्मक परिणाम देता है, कक्षा शिक्षण में छात्रों को अभिप्रेरित करने के लिए शिक्षक को पढाते समय प्रश्नचित मुद्रा में रहना चाहिए, जिससे विद्यार्थी संबधित विषय को अधिक रुचि व लगन के साथ समझ सकेंगे,

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  133. खुश रहना मानव का मूल स्वभाव है।

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  134. खुशी उस स्थिति को कहा जाता है जब हम मानसिक ,शारीरिक ,भावनात्मक एवं संज्ञानात्मक रूप में अपने आप को सहज स्थिति में पाते हैं ।

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  135. खुशी में आनन्द की अनुभूति होती है खुशी मानसिक संतुष्टि है.

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  136. खुशी एक मानसिक संतुष्टि है । विद्यार्थी जीवन में छात्र छात्राओं के लिए शिक्षक द्वारा जब शिक्षण अधिगम प्रकिया के दौरान जब छात्रों को सीखने के प्रतिफल की प्राप्ति होती है उस ख़ुशी को छात्र शब्दों में बयां नहीं कर सकता यही सबसे बड़ी खुशी है।

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  137. khusi ek positive attitude darshata hai

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  138. खुशी को दूसरों के साथ बांटना हमेशा अच्छा होता है

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  139. खुशी एक ऐसी अनुभूति है जो हमें प्रगति के मार्ग पर ले जाने का कार्य करती है।
    कुछ व्यक्तियों को किसी दूसरे व्यक्ति की मदत करके खुशी मिलती है तो कुछ व्यक्ति को उसी के हाल पर छोड़कर या परेशान कर के। यह खुशी उसके पूर्व अनुभवों पर निर्भर करती हैं, क्योंकि मन ही करता, मन ही भरता।

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  140. खुशी यानी जो मन प्रसन्न होने के बाद व्यवहार सकारात्मक बदलाव के रूप में प्रदर्शित हो। प्रत्येक व्यक्ति खुशी को प्रथक तरीके से प्रकट कर सकता है।

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  141. Jis kam ko karne me interest ho aur jise karne se achha lage wahi Khushi h

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  142. खुशी एक विचार है जो व्यक्ति की मानसिक पटल पर सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है

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  143. जिस काम को करने से आंतरिक संतुष्टि मिलती है और हम अच्छा अनुभव करते है वही खुशी है ।यह शब्द स्वयं मे खुशी का एहसास कराता है।

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  144. खुशी स्वयं सम्पन्न किए गए कार्य का प्रतिबिम्ब है ।

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  145. हमारे कुछ मूलभूत गुण या प्रवृत्ति होती है ... जब कोई कार्य उनके अनुरूप होता है तो हम ख़ुशी महसूस करते हैं| चूँकि प्रत्येक व्यक्ति की ये मूलभूत प्रवृत्ति भिन्न है , अतः उनके खुश होने के कारण भी भिन्न होंगे |

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  146. जिन कार्य को पूरा करने हमें अच्छा अनुभव होता है वह खुशी है!

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  147. Khooshinekbhuman feelings h Jo hamate andar h or dusrobke prati Beauvoir Accha Hona chahiye

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  148. मुझे सबसे अधिक खुशी मिलती है जब बच्चों को जो पढ़ाया जाता है उसको बच्चे तुरन्त समझ जाते है और वो किसी विषय के बारे में पूछते है

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  149. खुशी शब्द अपने आप में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है ।

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  150. जब हम कक्षा में बच्चों को पडाते हैं वे उसे सिख जाते है तो उस ख़ुशी का ठिकाना नहीं

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  151. अपने मन के मुताबिक कार्य होने पर खुशी का अनुभव होता है

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  152. जब कोइ काम करके हमे अच्छा अनुभव होता है उसी को खुशी कहते है।

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  153. हम जब छात्रों को पढाते है उनकी सीखने की जिज्ञासा हमें अधिक खुशी प़दान करती है

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  154. हमारी मूलभूत प्रवृति एवं गुण हमारी किसी भावना को प्रकट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। हमारा अतीत भी इसे प्रभावित करता है। इसीलिए वही " खुशी" शब्द मेरे लिए कुछ और तो अन्य के लिए कुछ और है।

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  155. खुशी एक ऐसा अनुभव है जो एक अच्छी मानसिक स्थिति को दर्शाता है जब हम किसी कार्य को अच्छे ढंग से पूर्ण करते हैं तो हमें खुशी होती है ।

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  156. For a teacher when his student understands the topic taught in a good way , he feels happiness

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  157. खुशी, एक मानसिक स्थिति है, खुशी के समय जीव अपने होने को सार्थक मानता है। इस स्थिति को प्राप्त करने का कोई मानदंड नहीं हो सकता । विसुद्ध रूप से मंह स्थिति है ।

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  158. After achieving success in our goal,we feel happy.It's called Khushi.

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  159. ख़ुशी मन कि वो स्थिति है जो जो किसी भी कारण हो सकती है, अलग अलग परिस्थितियों में इसका कारण भिन्न भिन्न होता है.. कभी कभी ऐसा भी होता है कि एक काम को करने से हमको ख़ुशी मिलती है तो हम बार बार उस काम को करने का प्रयास करते हैँ। दूसरा प्रश्न ये कि यदि किसी अन्य व्यक्ति कि ख़ुशी का कारण हमारी ख़ुशी से नहीं मिलता,तो ये स्वाभाविक है क्यूंकि यह प्रत्येक व्यक्ति की परिस्थितियों पर निर्भर करता है कि वह कि उसे किन बातों से ख़ुशी मिलती है..

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  160. अनुकूल कार्य होने पर खुशी होती है।

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  161. मेरे मायने में खुशी वह है जो किसी नीरसता, दुःख, अवसाद ऐसे कुछ कारण जिनके दूर होने पर जो एक सुकून मिलता है, मन हल्का हो जाता है ऐसा कुछ जिसे शब्दों में पूरी तरह से बयान नहीं कर सकते। हम से सामने वाले के खुशी पर विचार अलग हो सकते हैं, कारण परिस्तिथि, परिवेश । मैं किन बातों को अधिक महत्व देता हूँ, जिनका होना मेरे लिए महत्वपूर्ण है, कुछ समय के लिए मैं क्या उद्देश्य लेकर चल रहा हूँ।

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  162. खुशी एक प्रकर की अनुभूति है मेरे को खुशी मिलाती है जब बच्चों में आनंद याक शिक्षण करके उनके शिक्षण में गुणवत्ता का विकास हो

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  163. खुशी शब्द अपने आप में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है । और सकारात्मक सोच से मनुष्य हर विषम परिस्थितियों से भी बच कर निकल आता है

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  164. मुझे बहुत खुशी मिलती है जब किसी की खुशी का मैं भी कारण बन जाता हूँ । और अपनी कक्षा में तभी बहुत खुशी मिलती है जब मेरी कक्षा के बच्चों को मैं अपना topic अच्छी प्रकार से समझा पाता हूँ ।

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  165. खुशी का एहसास स्वयं को विशेष बना देता है l खुशी का वह पल हमे उस क्षण दुनिया का सबसे भाग्यशाली आदमी बना देता है l

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  166. ख़ुशी शब्द सुनते ही सबसे पहले मस्तिष्क में आया वो सारी खुशियाँ जो अभी तक प्राप्त हुई है I यदि इस संदर्भ में किसी का मत अलग है तो हमें उसका मत जानना चाहिए और उसका भी समर्थन करना चाहिए I

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  167. ख़ुशी एक आतंरिक अभिव्यक्ति है जो us प्रत्येक कार्य से मिलती है जो हम करना चाहते हैँ,

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  168. तय किये गए लक्ष्य की प्राप्ति पर होने वाली आनंदानुभूति ही खुशी है।

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  169. हर वह पल जो अपने परिवार के साथ बिताया जाए अपनों के साथ बताया जाए यह पल हमें अपने कार्य करने के लिए बहुत ज्यादा उत्साहित करते हैं और हमें ऊर्जा देते हैं इनसे हमें बहुत खुशी मिलती है और यह खुशी हम अपने विद्यालय के बच्चों को भी बांटते हैं लेकिन मैं व्यक्तिगत रुप ले अपने बच्चों से 300 किलोमीटर दूर हूं जिससे मैं चिंतित रहता हूं और मुझे खुशी नहीं मिल पाती और खुशी न मिलने के कारण मुझे अपने कार्य क्षेत्र में ऊर्जा नहीं मिलती है 11 साल से में इस खुशी के लिए इंतजार कर रहा हूं विभागीय उपेक्षा के कारण यह खुशी नहीं मिल पा रही है

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  170. खुशी एक बहुत ही अच्छा शब्द है। हर कोई व्यक्ति खुशी के लिए लालायित होता है। हम जो भी गतिविधि करते है। अपने नित्य जीवन मैं वो खुशी पाने के लिए करते है। खुशी अपनो के साथ रहने से,अपनो के बारे मैं सकारात्मक सोचने से और उनके लिए सब कुछ करने से खुशी मिलती है

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  171. खुशी दूसरो के लिए कुछ करने मे मिलती है वास्तविक खुशी है

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  172. आज मेरे और सबके लिए बहुत ही खुशी का दिन है आज क्योंकि ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के द्वारा हम समस्त भारतवासियों को खुशी का अवसर प्रदान किया है आज मैं ही नहीं पूरा देश खुशी से झूम रहा है और इस खुशी से स्वयं नीरज चोपड़ा झूम रहे हैं उनका परिवार झूम रहा है उनका गांव झूम रहा है सब लोग मगन हैं डांस कर रहे हैं और उनको देखकर मैं खुश हूं
    खुशी मन की वह स्थिति है जिसमें कोई व्यक्ति कोई घटना कोई स्थान कोई परिस्थिति हमें उल्लास से भर देती है जहां तक खुशी पर परस्पर एक दूसरे के विचारों का प्रश्न है निसंदेह सब के विचार भिन्न-भिन्न होते हैं किंतु विचारों की भिन्नता के बावजूद खुशी की अनुभूति लगभग लगभग एक जैसी होती है कोई अधिक पाकर भी उतना कुछ नहीं होता जितना कोई अल्प पाकर खुश हो जाता है हमें विचारों की इस भिन्नता को स्वीकार करना चाहिए तथा एक दूसरे के विचारों का आदर और सम्मान करना चाहिए

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  173. 'खुशी' शब्द व्यक्ति के मानसिक स्थिति पर निर्भर करती है। खुशी मनुष्य के जीवन में एक औषधी के रूप में काम करती है।जब हमारे सपने साकार रूप लेता है तो हमें आंतरिक खुशी मिलती है।

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  174. खुशी - व्यक्ति को जब आवश्यकता की छोटी सी चीज प्राप्त होती है, तो उसको बहुत खुशी होती है उसे बड़ी उपलब्धि मानता है लेकिन बिना आवश्यकता की बड़ी भी चीज उसको मिलती है तो उसको खुशी कम महसूस होती है।

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  175. खुशी एक मनोवस्था है, किसी कार्य के सम्पन्न होने पर जो अनुभूति होती है, वही खुशी है।

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  176. nice topics are shared for students

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  177. खुशी एक पुर्णतः संतुष्टि की भावना है।

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  178. खुशी वह एहसास है जिसमें हमारे किए गए कार्य का परिणाम सकारात्मक मिलता है।

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  179. Khushi ek sbse skaratmak bhawna hei . Har vyakti apni mnsthiti aur aawshyakta ke anusar ise anubhaw krta hei.

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  180. Param jee t Kaur G.N.G.College Nanakmatta Nanakmatta 🌷🌷खुशी- खुशी का मतलब खुशी, मुस्कान, प्रसन्नता,डिलाईट और ईच्छा।
    खुशी जीवन में आनंद और अर्थ समग्र अनुभव होना ही खुशी है। खुशी वह शब्द जिसने मानव जीवन में हर कार्य को दुःख-सुख में प्रभावी ढंग से किया है।
    कक्षा में अध्ययन के विषय में खुशी का गुण
    बहुत महत्वपूर्ण है।🌷🌷

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  181. खुशी शब्द एक अनुभूति है l जो हमारी भावनाओं को व्यक्त करती है l खुशी हमेशा किसी अच्छे कार्य के लिए ही होती हैं l

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  182. For me happiness means my children and my work of teaching. I would be happiest if I can do both things together -teaching and taking care of my children.

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  183. Khushi Ek Anubhuti hai Jo Hamare antarman Ko Anandit kar deti hai.

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  184. Happiness is the state of mind. In similar situation, one person is happy but another remains unhappy.

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  185. अपने विद्यार्थी के प्रथम आने पर।

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  186. khushi ek anubhuti hai jo hamare antar man ko anandit kar deti hai.

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