कोर्स 10 : गतिविधि 5 : सहभागी समूह आकलन को लेकर मेरे अनुभव : अपने अनुभव साझा करें

एक क्षण के लिए अपनी कक्षा के अनुभवों का प्रत्यास्मरण कीजिए और उन घटनाओं पर चिंतन कीजिए, जहाँ पर आपने एक तकनीक के रूप में सहभागी-समूह आकलन का उपयोग अवश्य किया हो। कार्य अथवा विषय (आधारभूत सूचना जैसेकि विषय, ग्रेड, शीर्षक, अधिगम, प्रतिफल भी प्रदान कीजिए।) योजना, प्रतिफल और कक्षा में सहभागी-समूह आकलन का क्रियान्वयन करने में सामना की जा रही चुनौतियों के लिए सोपानों का संकेत करते हुए कार्य अथवा विषय और क्रियान्वयन रणनीति का वर्णन कीजिए।

चरण राज्यों द्वारा निर्मित किए जाएंगे।

Comments

  1. विद्यालय आधारित आकलन

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  2. विद्यालय आधारित आकलन बहुत जरूरी है जिसमें सभी छात्रों का समावेश हो

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  3. देखिए एक मुझे एक घटना याद है जिसमें मैं अपने स्टूडेंट को पढ़ा रही थी और मुझे लगता है पढ़ाना जैसे हम ऑनलाइन करा रहे थे इस दौरान मैंने एक चीज नोटिस की के जो हम ऑनलाइन पढ़ाते हैं तो वह दोनों तरफ से होनी चाहिए एक तरफा ही कम्युनिकेशन ना होकर बच्चे और शिक्षक दोनों ही अगर सहयोग देंगे तो यह मेथड बहुत अच्छा जा सकता है

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  4. बच्चों को जब विषय अच्छी तरह से समझ में आता है तो पढ़ने में अधिक रूचि रखते हैं अगर विषय उन्हें अच्छी तरह से समझ में नहीं आता है तब वह क्लास में रुचि नहीं रखते हैं। जरूरी नहीं कि हर बच्चा हर विषय में अच्छा हो किसी किसी विषय में हर बच्चे की पकड़ मजबूत नहीं होती है इसलिए उनके साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार कर उन्हें विषय को समझाने का प्रयास किया जा सकता है कक्षा में जब अध्यापक अध्यापिका है पढ़ाते हैं तो उन्हें यहअनुमान लग जाता है कि कक्षा में पढ़ाई जाने वाली बातों को कौन बच्चा जल्दी से ग्रहण कर ले रहा है और कौन बच्चा पढ़ाई हुई बातों को थोड़ी देर से ग्रहण कर रहा है कुछ बच्चे कक्षा में ऐसे भी होते हैं जो बिल्कुल भी पढ़ाई हुई बातों को समझ नहीं पाते हैं। मेरे अनुसार बच्चों की शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु प्रयास किया जाना चाहिए कि एक कक्षा में बच्चों की संख्या 40 से ज्यादा ना हो और साथ ही साथ कक्षा में अध्यापन करते समय कमजोर बच्चों पर भी ध्यान आकर्षित कर उनको भी सुधारने का प्रयास किया जाए।

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  5. कक्षा शिक्षण में सभी छात्रों को उनकी योगिता अनुसार कार्य कराना चाहिए यदि कोई छात्र गणित में रुचि रखता है तो उसको गणित विषय में प्रगति करनी चाहिए यदि छात्र कला में अच्छा करता है तो उसको कला में आगे बढ़ना चाहिए और उसमें अपनी विशिष्ट योग्यता का प्रदर्शन करना चाहिए

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